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Monday 10 February 2014

50 फीसदी डीए को मूल वेतन में जल्द ही मर्ज करने की है तैयारी

50 फीसदी डीए को मूल वेतन में जल्द ही मर्ज करने की है तैयारी

38 लाख कर्मियों, 25 लाख पेंशन- भोगियों को लुभाने की कवायद
20 हजार करोड़ का अतिरिक्त बोझ पड़ेगा सरकारी खजाने पर

केंद्र सरकार के कर्मचारियों और पेंशनरों तथा इनके परिवारजनों के तकरीबन ढाई करोड़ वोटों पर अब सरकार की नजर है। तकरीबन 38 लाख कर्मचारियों और 25 लाख पेंशनभोगियों को लुभाने के लिए शीघ्र ही 50 फीसदी महंगाई भत्ता (डीए) को मूल वेतन में मर्ज करने की तैयारी है।
इसका फैसला अगले पखवाड़े हो सकता है। यदि ऐसा हुआ तो सरकारी खजाने पर लगभग 20,000 करोड़ रुपये का अतिरिक्त बोझ पड़ेगा।
इसे ट्रेड यूनियन से जुड़े पदाधिकारियों का दबाव कहें, रेलवे समेत सभी केंद्रीय कर्मचारियों के अनिश्चितकालीन हड़ताल की धमकी या फिर ढाई करोड़ वोटरों को लुभाने की कोशिश कहें, लेकिन सच्चाई यही है कि डीए मूल वेतन में मर्ज हो रहा है। तकरीबन 12 लाख कर्मचारियों का प्रतिनिधित्व करने वाले संगठन एआईआरएफ के महासचिव शिव गोपाल मिश्रा का कहना है कि पिछले दिनों ही उन्होंने इस बारे में प्रधानमंत्री कार्यालय और वित्त मंत्रालय से पत्राचार किया है। वह इस सिलसिले में व्यय सचिव से भी मिले थे।
तो डीए 101 फीसदी हो जाएगा:
संकेत यही है कि जब लेखानुदान के लिए संसद का सत्र चलेगा, तभी इसकी घोषणा कर दी जाएगी। नेशनल फेडरेशन ऑफ इंडियन रेलवेमैन के प्रेस सचिव एस एन मलिक ने पीएमओ के सूत्रों के हवाले से बताया कि इस बारे में कैबिनेट नोट बन गया है। इससे संबंधित फाइल इस समय पीएमओ में पड़ी है। अगले सप्ताह जब संसद का सत्र शुरू होगा, तभी किसी दिन इसकी घोषणा हो जाएगी।
गौरतलब है कि इस समय केंद्रीय कर्मचारियों का डीए 90 फीसदी तक पहुंच गया है और एक जनवरी को ही फिर से डीए में बढ़ोतरी ड्यू हो गई है। यदि इस बार भी डीए में 11 फीसदी की वृद्धि होती है तो डीए 101 फीसदी हो जाएगा। मलिक का कहना है कि पांचवें वेतन आयोग के समय जब कर्मचारियों का डीए 72 फीसदी पर पहुंचा था, तभी बिना कहे 50 फीसदी डीए मूल वेतन में मिला दिया गया था। इस बार ऐसा नहीं किया जा रहा है।
 दै नि क  भा स्क र